Description
आजादी के बाद देश बहुत बदला है. समय के साथ वे सब आदर्श पीछे छूटते गए, जो गांधी और गांधी दर्शन से जुड़े थे. इसने उन लाखों-करोड़ों लोगों को आहत किया है, जो गांधी के आदर्श तथा उनके सपनों के भारत पर विश्वास करते थे. इस पुस्तक में गांधी को चिट्ठी के माध्यम से, आजादी के बाद, देश के विकास की दिशा में आए विचलन को उजागर किया गया है.
पुस्तक रोचक होने के साथ-साथ और विचारोत्तेजक भी है. उम्मीद है पाठकों को हमारा यह प्रयास पसंद आएगा.
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