हमारे बारे में
पेनमेन बुक्स
क्या है ‘पेनमेन बुक्स’
श्रेष्ठ पुस्तकों का ऑन लाइन प्रकाशन/वितरण हमारी योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है. ‘पेनमेन बुक्स’ हमारी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का हिस्सा है. हम शुरुआत हिंदी से कर रहे हैं, लेकिन निकट भविष्य में इसपर विभिन्न भारतीय और विदेशी भाषाओं की बेहतरीन पुस्तकें भी नजर आएंगी.
पेनमेन बुक्स क्यों?
भारत में हजारों प्रकाशक हैं? प्रतिवर्ष लाखों पुस्तकें प्रकाशित होती हैं. फिर एक नए प्रकाशन की जरूरत क्यों? खासकर ऐसे देश में बड़ा वर्ग है जो किसी पुस्तक को उस समय तक छपा हुआ नहीं मानता, जब तक वह हथेली पर मौजूद न हो.
हम जानते हैं कि समय बदल रहा है. देखते ही देखते पिछले कुछ वर्षों में ऐसा वर्ग पनप चुका है जिसकी पूरी दुनिया मोबाइल, लेपटॉप और आईपॉड की दुनिया है. अपनी इस दुनिया को वह और अधिक समृद्ध होते देखना चाहता है. पुस्तकें भी इसी का हिस्सा हैं. इस नए और तेजी से उभरते पाठक वर्ग के हृदय में स्थान पाने की लालसा ही पुराने, जमे-जमाए लेखकों और बुद्धिजीवियों को डिजीटल माध्यम की ओर आने के लिए प्रेरित कर रही है.
आज डिजिटल माध्यम पर पढ़ना उतना ही आनंददायक है, जितना कागज की पुस्तक को. जैसे-जैसे तकनीक में सुधार होगा, यह और भी आसान और आनंदमय होता जाएगा. कह सकते हैं कि भविष्य डिजीटल पुस्तकों का है.
पेनमेन में अलग क्या है?
प्रकाशन की ऑन लाइन सुविधा ने संपादक के महत्व को घटाया है. जैसे-तैसे सामग्री को जुटाकर उसे पुस्तक के रूप में प्रकाशित कर दिया जाता है. कुछ प्रकाशक हैं जो नए उभरते लेखकों को उनकी पुस्तक प्रकाशित करने के लिए ललचाते हैं और बदले में मोटी रकम वसूलते हैं. पुस्तक प्रकाशित करने से पहले उसका कोई मूल्यांकन नहीं किया जाता. इससे लेखक जहां अपनी कमजोरियों को समझने से वंचित रह जाता है, वहीं पाठकों तक स्तरीय सामग्री नहीं पहुंच पाती.
पेनमेन पर प्रकाशित होने वाली प्रत्येक पुस्तक वरिष्ठ लेखक/लेखकों के कुशल अवलोकन/संपादन से गुजरकर पोर्टल पर आएगी. नतीजा पाठकों के लिए अच्छी और बहुउपयोगी पुस्तकें; तथा अच्छे लेखकों के लिए अभिव्यक्ति का बेहतर मंच.
अच्छी पुस्तकों के बारे में निरंतर संवाद
हमारी कसौटी पाठकों को श्रेष्ठ साहित्य उपलब्ध कराना है. पेनमेन पर प्रकाशित पुस्तकों के बारे में समय-समय पर सुविज्ञ लेखकों और पाठकों की टिप्पिणयां प्रकाशित होती रहेंगी. जिससे अच्छी पुस्तकों की पर्याप्त चर्चा हो सके और पाठकों को वाजिब मूल्य पर स्तरीय पुस्तकें प्राप्त हो सकें.
लेखक-पाठक गोष्ठियां
हम समय-समय पर लेखक-पाठक गोष्ठियों का आयोजन करेंगे, ताकि पाठक अपने पसंदीदा लेखक से संवाद कर सकें और लेखक अपने पाठकों की प्रतिक्रिया के बारे में जानकर, भविष्य में उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप लेखन कर सकें.
क्लासिक पुस्तकों को जगह
‘न च ज्ञानात परम् चक्षुः’—ज्ञान से बढ़कर कोई दृष्टि नहीं है. पुस्तकें प्रकाश हैं. अच्छी पुस्तकें समय के साथ प्रासंगिक रहती हैं. उनकी विषयवस्तु और विचार कभी पुराने नहीं पड़ते. हमारी कोशिश होगी कि पोर्टल के माध्यम से पाठकों को नए और पुराने लेखकों की स्तरीय सामग्री उपलब्ध करा सकें.
पेनमेन ब्लॉग
पेनमेन बुक्स का ब्लॉग लेखकों और पाठकों के संवाद के लिए हमेशा खुला रहेगा. हम इसपर न केवल नई-नई पुस्तकों के बारे में पाठकों को बताएंगे. बल्कि प्रकशित सामग्री पर पाठकों की राय भी लेंगे. इसके अलावा हमारी कोशिश होगी कि हमारे ब्लॉग के माध्यम से पाठकों को हिंदी में प्रकशित श्रेष्ठतम पुस्तकों की जानकारी, चाहे जिस प्रकाशक की हो, मिलती रहे.
सीखना और बदलना
यह केवल शुरुआत है. हम अपने लेखकों और पाठकों से सीखेंगे; और आवश्यक हुआ तो खुद को बदलेंगे भी. ताकि हम समय के साथ-साथ कदमताल कर सकें. इसके लिए हमें अच्छे लेखकों और पाठकों के सहयोग और समर्थन को आवश्यकता होगी, जो उम्मीद है हमेशा हमारे साथ रहेंगे.
यज्जाग्रतो दूरमुदैति दैवं तदु सुप्तस्य तथैवैति
दूरंगमं ज्योतिषां ज्योतिरेकं तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।। यजुर्वेद 34/1)
(जागृत अवस्था में कहीं बहुत दूर तक चला जाने वाला, और सुप्तावस्था में वापस उतनी दूर से लौट चला आने वाला, सभी ज्योतियों में ज्योति, मेरा मन सदैव महान संकल्प वाला बने.
हमसे जुड़िए
लेखक और पाठक हमारे प्रेरक और मार्गदर्शक हैं. उनकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है. वे अपने विचार/सुझाव/शिकायतें contact@penman.in के माध्यम से हम तक कभी भी पहुंचा सकते हैं.