लेखक – ओमप्रकाश कश्यप

“बालमनोविज्ञान के पारखी ओमप्रकाश कश्यप की यह पुस्तक कई मायनों में अनूठी है. यह न केवल अच्छे बालसाहित्य की विशेषताओं को रेखांकित करती है, अपितु बालक के समाज और उसके माता-पिता के अलावा तेजी से बदल रहे परिदृश्य, बालक की इच्छा, आकांक्षा, सपनों और समस्याओं से भी संवाद करती है.
पुस्तक न केवल बालसाहित्य के लेखकों तथा सामान्य पाठकों के लिए उपयोगी है, अपितु बालसाहित्य के क्षेत्र में शोध कर रहे विद्यार्थियों के लिए भी इसमें भरपूर सामग्री है.”