Description
इस पुस्तक में ‘स्त्री अस्मिता और संघर्ष को स्वर देती, 68 कवियों की 128 रचनाएं हैं. उनमें कई दर्जन कविताएं तो ऐसी हैं जिन्हें अपने विषय की मानक रचनाएं कहा जा सकता है. अच्छी बात यह है कि पुरुष कवियों ने भी विषय पर पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी लेते हुए लिखा है, जो हमारे निरंतर प्रबुद्ध होते समाज का प्रतीक है.
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