मन-मुक्ता – डॉ. क्षमा सिसोदिया

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कहानी संग्रह  : मन-मुक्ता
संपादक      : डॉ. क्षमा सिसोदिया
स्त्री अस्मिता और संघर्ष की कहानियाँ
एक उत्कृष्ट कहानी संग्रह जिसकी हर रचना रोचक, प्रेरणादायक तथा सोचने को मजबूर कर देने वाली है.

Description

”निश्चय ही आज अस्सी या सौ वर्ष पहले की अपेक्षा आज स्त्रियों की हालत पहले से अच्छी है. खासकर आजादी के बाद उसकी समाजार्थिक स्थिति में सकारात्मक बदलाव आया है. बावजूद इसके हालात पूरी तरह अनुकूल नहीं हुए हैं. 1928 में एक समाज सुधारक ने लिखा था कि चूहों की मुक्ति बिल्लियों के भरोसे संभव नहीं है. न ही बकरियां लोमड़ियों के भरोसे वास्तविक आजादी का सपना देख सकती हैं. कदाचित इसलिए भारतीय स्त्री आज अनेक मोर्चों पर अपनी अस्मिता की जंग स्वयं लड़ रही है. यह संघर्ष निरा बाहरी नहीं, अपितु स्त्री का अपना, अपने आप से भी है.

‘मन-मुक्ता’ की कहानियां भारतीय स्त्री के इसी संघर्ष की पड़ताल करती हैं.

एक उत्कृष्ट कहानी संग्रह जिसकी हर रचना रोचक, प्रेरणादायक तथा सोचने को मजबूर कर देने वाली है.

Additional information

Editor

डॉ. क्षमा सिसोदिया, Dr. Kshama Sisodia

Format

Digital

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