Description
मनराज शास्त्री मूलत: आंदोलनकर्मी हैं. जनसरोकार उन्हें एक प्रतिबद्ध कवि बनाते हैं. ऊपर से अनगढ-सी दिखने वाली ये कविताएं अपने संदेश में एकदम मुखर हैं. विषय का स्पष्ट बोध और ईमानदारी इनकी विशेषता है.
बीते अप्रैल में कोरोना से जूझते हुए वे हमसे अलविदा कह गए. यह संकलन उनकी याद को समर्पित है.
बीते अप्रैल में कोरोना से जूझते हुए वे हमसे अलविदा कह गए. यह संकलन उनकी याद को समर्पित है.
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