सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा हिंदी के वरिष्ठ लघुकथाकार है. उनकी लघुकथाएं जितनी मानव मन के एप अंत:रहस्यों तक ले जाती हैं, जहां अच्छे—बुरे, पाप—पुन्य का संघर्ष निरंतर चलता रहता है. बावजूद इसके इनमें कमाल की पठनीयता है.
उम्मीद है पाठकों को हमारा यह प्रयास पसंद आएगा.
Additional information
Authors
Surendra Kumar Arora
Format
Digital
Reviews
There are no reviews yet.
Be the first to review “थ्रेडिंग – सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा – लघुकथा” Cancel reply
Reviews
There are no reviews yet.